एहसासों कि वर्जिश
वो कहता है... "तुम्हारी तलाश
ख़त्म हो गयी
इसलिए तुमने लिखना छोड़ दिया" |
क्या बताऊ उसको
कि सपनों ने मेरी गली
आना छोड़ दिया |
भाव मेरे दरवाज़े पर
दस्तक नहीं देते,
इसलिए मैंने भी उनकी
गली जाना छोड़ दिया |
क्यूँ न ऐसा कुछ किया जाए,
'एहसासों को थोड़ा सा
धोखा दिया जाए' ... |
मुझे उनकी तलाश में नहीं,
उनको मेरी खोज में लगाया जाए |
पहली बार ही सही,
आज उनसे कुछ काम कराया जाए ||
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4 comments:
क्यूँ न ऐसा कुछ किया जाए,
'एहसासों को थोड़ा सा
धोखा दिया जाए' ... |
मुझे उनकी तलाश में नहीं,
उनको मेरी खोज में लगाया जाए |
पहली बार ही सही,
आज उनसे कुछ काम कराया जाए ||
hona to yahi chahiye...
loved it :-)
just one word...
"aafareen"
"क्यूँ न ऐसा कुछ किया जाए,
'एहसासों को थोड़ा सा
धोखा दिया जाए' ..."
क्या बात है - बहुत खूब
क्यूँ न ऐसा कुछ किया जाए,
'एहसासों को थोड़ा सा
धोखा दिया जाए' ... |
मुझे उनकी तलाश में नहीं,
उनको मेरी खोज में लगाया जाए |
पहली बार ही सही,
आज उनसे कुछ काम कराया जाए ||
bahut khoob mam
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